पराध्वनिक व प्रघाती तरंगें में अंतर

पराध्वनिक व प्रघाती तरंगें में अंतर

जब कोई भी पिण्ड की किसी गैस में चाल, उसी गैस में ध्वनि की चाल से अधिक हो जाती है, तो पिण्ड की चाल को पराध्वनिक कहते हैं। जब कोई पिण्ड की वायु में चाल ध्वनि की चाल से अधिक हो जाती है, तो वह अपने पीछे वायु में एक शंक्वाकार (conical ) हल चल छोड़ता जाता है। जैसे-जैसे पिण्ड दूर जाता है, ये हलचल आकार में फैलती जाती है। इस प्रकार की हल चल को प्रघाती तरंग कहते हैं। प्रघाती तरंगों में अत्यधिक ऊर्जा की मात्रा संचित होती है।

Difference between Supersonic and Shock Waves
Difference between Supersonic and Shock Waves
Examples of Supersonic and Shock Waves (पराध्वनिक व प्रघाती तरंगें)
Examples of Supersonic and Shock Waves (पराध्वनिक व प्रघाती तरंगें)

अगर वो तरंगें किसी भी भवन आदि से टकरा जाए तो वो भवन को गिरा सकती हैं। इसी कारण से पराध्वनिक विमान जब गुजरते हैं तब प्रघाती तरंगों के बनने के कारण ही तीव्र विस्फोट होते है और जिससे वें मकान हिल जाते हैं व खिड़कियाँ आदि टूट जाती हैं।

जब कोई भी वायुयान वायु में ध्वनि की चाल से अधिक तीव्र चाल से चलता है तो वायुयान की चाल व ध्वनि की चाल के अनुपात को मैक संख्या (Mach number) कहते हैं उदहारण के लिए किसी वायुयान की चाल 2 मैक संख्या है तो उसकी चाल ध्वनि की चाल की दोगुनी होगी।


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