ऊर्जा के विभिन्न स्वरूप
Table of Contents / लेख-सूची
(6 Forms of Energy / Six Forms of Energy / Different Forms of Energy)
सौर ऊर्जा (Solar Energy)
सूर्य द्वारा उत्सर्जित ऊर्जा को सौर ऊर्जा कहते (Different Forms of Energy) हैं, जोकि सूर्य के अन्दर हाइड्रोजन नाभिकों के संलयन से हीलियम नाभिक बनने में मुक्त होती है। इसके उपयोग के लिए अनेक उपकरण बनाए गए हैं; जैसे- सोलर कुकर (Solar Cooker), सोलर वाटर हीटर (Solar Water Heater) तथा सोलर सेल (Solar Cell) व सोलर पैनल (Solar Panels) आदि।
जीवाश्म ऊर्जा (Fossil Energy)
पृथ्वी के गर्भ से प्राप्त पत्थर का कोयला, पेट्रोलियम पदार्थ आदि महत्त्वपूर्ण ईंधन है पेट्रोल व डीजल, मोटरगाड़ियाँ, रेल व वायुयान चलाने में प्रयुक्त होते हैं। आजकल कार्बनिक गैसों (जैसे मीथेन) का प्रयोग भी ईंधन के रूप में हो रहा है।
जल-वैद्युत ऊर्जा (Hydroelectric Energy)
बहते जल में बहुत अधिक गतिज ऊर्जा होती है। इसका उपयोग वैद्युत उत्पादन के लिए होता है। हमारे देश में कुल वैद्युत-शक्ति का 28% से भी अधिक भाग जल वैद्युत से आता है।
पवन ऊर्जा (Wind Energy)
चलती वायु में गतिज ऊर्जा होती है, जिसे पवन-ऊर्जा कहते हैं। इसका उपयोग वैद्युत उत्पादन के लिए किया जाता है।
अवशिष्ट जैव-पदार्थ ऊर्जा (Wastages Substance Energy)
अनेक बेकार पदार्थ; जैसे-गोबर व सड़ी-गली वनस्पतियाँ आदि भी ऊर्जा के स्रोत हैं। ऐसे अवशिष्ट जैव पदार्थों को एकत्र करके किसी बन्द जगह में सड़ने देते हैं। इससे एक ज्वलनशील गैस मीथेन बनती है, जिसका उपयोग ईंधन के रूप में किया जाता है। गोबर गैस इसी का एक उदाहरण है।
नाभिकीय ऊर्जा (Nuclear Energy)
रेडियोधर्मी पदार्थों के नाभिकों के विखण्डन अथवा संलयन से मुक्त ऊर्जा को नाभिकीय ऊर्जा कहते है। जिस निकाय में नाभिकीय विखण्डन द्वारा ऊर्जा उत्पन्न की जाती है; उसे नाभिकीय भट्ठी अथवा न्यूक्लियर रिऐक्टर कहते हैं।
आइल्सटीन का द्रव्यभान-ऊर्जा सभीकरण (Einstein’s Mass-Energy Equation)
आइन्सटीन से पहले द्रव्यमान एवं ऊर्जा को दो पृथक इकाई माना जाता था परन्तु आइन्सटीन ने यह बताया कि प्रत्येक पदार्थ में उसके द्रव्यमान के कारण ऊर्जा होती है, उसे द्रव्यमान-ऊर्जा कहते हैं। आइन्सटीन के अनुसार, द्रव्यमान को ऊर्जा में तथा ऊर्जा को द्रव्यमान में बदला जा सकता है।
यदि m द्रव्यमान की वस्तु को पूर्णतः ऊर्जा में परिवर्तित कर दिया जाए, तो उससे उत्पन्न कुल ऊर्जा E = mc2
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